Gesamtlänge aller Episoden: 15 hours
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लम्हा रहम की प्रेम कहानी उनकी जीत की कहानी है ना ही सिर्फ एक दुसरे की बल्कि पहले खुद की जीत की कहानी है. पूरी कहानी जानने के लिए सुनिए किसलय की कहानियाँ
Written, Narrated and Produced by : Kislaya Kindam (Kislaya ki Kahaniyaan)
Editing and Mixing by: Kislaya Kindam (Kislaya ki Kahaniyaan)
Sound Mixing - Kislaya Kindam (Kislaya ki Kahaniyaan )
I have used all copyrighted free music and sound effects...
लमहा की जिंदगी में रहम के आने से धीरे धीरे खुशियाँ जैसे वापस आने लगी थी पर उसके पति राहुल के एक बार फिर आने से उसके डिसीजन बदलने लगते हैं. अब क्या राहुल लम्हा को अपने साथ जाने के लिए मना लेता है या फिर लम्हा राहुल को दुत्कार देती है. ये जानने के लिए सुनिए किसलय की कहानियाँ का अगला एपिसोड...
एक आदमी का मन वही खुद जान सकता है.कभी किसी के भावनात्मक आंसू बहते हैं तो कभी किसी के विसन्न मौन रहने की अवस्था आ जाती है. कोई गिडगिडाता रहता है तो कोई माफ़ करने वाला होता है. एक गुथी में अगर सब दीखता रहे तो वो सुलझ जाती है. और अगर सब नहीं दिख रहा है मतलब घोर उलझन है. अब इन उलझनों से लम्हा, रहम , उसके माँ और पिता जी क्या वापस आ पायेंगे. जब की लम्हा का पति राहुल उन सब की जिंदगी में फिर से वापस आ गया है. पूरी कहानी जानने की लिए सुनिए किसलय की कहानियाँ पॉडकास्ट ...
समाज कैसा भी हो अगर आप की सोच सुलझी हुई हो तो रास्ते निकल आते हैं. बड़ी -से बड़ी बातें भी छोटी से छोटी बातों की तरह समझ आ जाती है. पर कुछ रिश्तों में खटास ऐसी होती है की आप चाह कर भी उसके स्वाद को बदल नहीं सकते हैं. लम्हा के सामने एक बहुत बड़ी चुनौती ने अपना न्योता दे दिया है. क्या लम्हा वो निभा पाएगी . पूरी कहानी जानने के लिए सुनिए किसलय की कहानियाँ...
किसलय की कहानियाँ पॉडकास्ट के छियालीसवें एपिसोड थोड़ी -थोड़ी शुरू हुई है आशिकी में माँ हॉस्पिटल बेड पर ही मन की बात लमहा को बताती है की उसे रहम काफी पसंद है. लम्हा शरमा जाती है. लम्हेक वक्त पर रहम भी शरमा जाता है. रहम लम्हा के पढाई को मेंटली और आर्थिक रूप से भी मदद करता है. माँ अपने पति को समझाती है. रहम पहले दिन लम्हा को कोचिंग इंस्टिट्यूट छोड़ने के लिए जाता है. उन दोनों की नजदीकियां अब बढ़ने लगी हैं...
इस एपिसोड में शर्मा जी पकड़े जाने पर कुछ ऐसा कबुल करते हैं जो अविश्वसनीय है.
लम्हा अपनी पढ़ाई आगे बढाने के लिए कोचिंग इंस्टिट्यूट के मालकिन दीपा दास से मिलना चाहती है. पर विपरीत परिस्थितियों के बनने से बात कुछ और की और हो जाती है. म जहाँ माँ एक तरफ कहती है. की रहम उसके लिए कुदरत का एक तोहफा है वहीँ उसके पापा गिरगिरा कर उससे एक कसम लेना चाहते हैं की वो अब कभी भी रहम से ना मिले. अब लम्हा क्या चुनती है ये अगले एपिसोड में सुनते हैं...
रात के वक्त जो इंसान लम्हा के कमरे के बाहर खड़ा है वो पकड़ा जाता है और वो कोई नहीं रहम है. सब लोग रात में ही बैठ कर उससे बात करते हैं. रहम अपने रेस्टोरेंट आने का सबको न्योता देता है. पर पापा इस बात को एक्सेप्ट नहीं कर पाते हैं. एक मोड़ पर आकर लम्हा , माँ ,पापा मीरा कोई भी परिस्थिति को संभाल नहीं पाता है. और पापा डिसीजन लेते हैं की वो रिजोट छोड़ कर आज ही लखनऊ के रवाना होंगे...
लम्हा एक साल से अपने पति से अलग रहती है जिंदगी के अतीत में वो किसी को अपना मानती थी. पर एक वजह से वे मिल नहीं पाए थे. आज फिर से जिंदगी उन दोनों को एक मोड़ पर ले आई है. अब क्या वे एक दुसरे का सामना कर पायेंगे? जानने के लिए सुनिए किसलय की कहानियाँ...