Radio D | जर्मन सीखिए | Deutsche Welle

पाउला और फिलिप रहस्य से भरे मामलों की जांच पड़ताल कर रहे हैं. इस संपादकों के साथ जर्मनी में घूमिए और इस दौरान जर्मन भी सीखिए. इस कोर्स में विशेष ज़ोर सुन कर समझने पर दिया गया है.

http://www.dw.de/dw/0,,11089,00.html?maca=hin-DKpodcast_radiod1_hin-6167-xml-mrss

Eine durchschnittliche Folge dieses Podcasts dauert 15m. Bisher sind 52 Folge(n) erschienen. Dieser Podcast erscheint alle 0 Tage.

Gesamtlänge aller Episoden: 13 hours

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अध्याय 6: राजा लुडविष की मौत कैसे हुई?


नोयश्वानश्टाइन किले में पाउला और फिलिप की मुलाकात एक रहस्यमय अपरिचित व्यक्ति के साथ होती है, जिसके बदन पर राजा लुडविष का लबादा है. दोनों लुडविष की मौत के बारे में खोजबीन करते हैं.


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 December 10, 2010  15m
 
 

अध्याय 6: राजा लुडविष की मौत कैसे हुई?


नोयश्वानश्टाइन किले में पाउला और फिलिप की मुलाकात एक रहस्यमय अपरिचित व्यक्ति के साथ होती है, जिसके बदन पर राजा लुडविष का लबादा है. दोनों लुडविष की मौत के बारे में खोजबीन करते हैं.


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 December 10, 2010  15m
 
 

अध्याय 5: राजा लुडविष जिंदा हैं


दफ्तर में पाउला और आइहान अपने नए सहकर्मी का स्वागत करते हैं. संपादकों को तुरंत काम सौंपा जाता है: कहा जा रहा है कि बवेरिया के दिवंगत राजा लुडविष अब भी जिंदा हैं. इलाके में खोजबीन के जरिये सच्चाई का पता लगाना है.


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 December 10, 2010  15m
 
 

अध्याय 5: राजा लुडविष जिंदा हैं


दफ्तर में पाउला और आइहान अपने नए सहकर्मी का स्वागत करते हैं. संपादकों को तुरंत काम सौंपा जाता है: कहा जा रहा है कि बवेरिया के दिवंगत राजा लुडविष अब भी जिंदा हैं. इलाके में खोजबीन के जरिये सच्चाई का पता लगाना है.


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 December 10, 2010  15m
 
 

अध्याय 4: नये सहकर्मी का इंतजार


संपादन विभाग में फिलिप का इंतजार हो रहा है. उसके भावी साथी पाउला और आइहान उसकी राह देख रहे हैं. लेकिन फिलिप का कोई अता पता नहीं और टेलीफोन पर भी बात नहीं हो पाती है.


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 December 10, 2010  15m
 
 

अध्याय 4: नये सहकर्मी का इंतजार


संपादन विभाग में फिलिप का इंतजार हो रहा है. उसके भावी साथी पाउला और आइहान उसकी राह देख रहे हैं. लेकिन फिलिप का कोई अता पता नहीं और टेलीफोन पर भी बात नहीं हो पाती है.


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 December 10, 2010  15m
 
 

अध्याय 3: बर्लिन की यात्रा


फिलिप बर्लिन के लिए रवाना हो जाता है. लेकिन यह उतना आसान नहीं है, जितना उसने सोचा था. उसे मौसम के थपेड़े झेलने पड़ते हैं. और इस दौरान कुछ एक लोगों से परिचय होता है.


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 December 10, 2010  15m
 
 

अध्याय 3: बर्लिन की यात्रा


फिलिप बर्लिन के लिए रवाना हो जाता है. लेकिन यह उतना आसान नहीं है, जितना उसने सोचा था. उसे मौसम के थपेड़े झेलने पड़ते हैं. और इस दौरान कुछ एक लोगों से परिचय होता है.


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 December 10, 2010  15m
 
 

अध्याय 2: राडियो डी का टेलीफोन


फिलिप को चैन नहीं मिलता. तंग करने वाले कीड़ों के बाद अब वह पड़ोसियों के घर में झगड़े से परेशान है. बर्लिन से अचानक आए एक टेलीफोन की वजह से उसे सब कुछ छोड़ छाड़कर वापस जाना पड़ता है. फिलिप को राडियो डी में पहुंचना है.


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 December 10, 2010  15m
 
 

अध्याय 2: राडियो डी का टेलीफोन


फिलिप को चैन नहीं मिलता. तंग करने वाले कीड़ों के बाद अब वह पड़ोसियों के घर में झगड़े से परेशान है. बर्लिन से अचानक आए एक टेलीफोन की वजह से उसे सब कुछ छोड़ छाड़कर वापस जाना पड़ता है. फिलिप को राडियो डी में पहुंचना है.


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 December 10, 2010  15m